मारुति सुजुकी ने साफ कर दिया है कि वह आने वाले वर्षों में अपने दम पर तैयार की गई सस्ती स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड तकनीक को बाजार में लाने जा रही है। यह सिस्टम टोयोटा की सीरीज़-पैरेलल हाइब्रिड तकनीक से अलग होगा और लागत के लिहाज से ज्यादा किफायती होगा।
फ्रॉन्क्स इस नई हाइब्रिड टेक से लैस होने वाला पहला मॉडल होगा, जिसकी बिक्री 2026 में शुरू होने की उम्मीद है। इसके बाद नई जनरेशन बलेनो और एक कॉम्पैक्ट एमपीवी (संभवतः जापान में बिकने वाली सुजुकी स्पेशिया पर आधारित) भी लॉन्च की जाएगी।
मारुति 2026 तक अपने पोर्टफोलियो में तीन अलग-अलग हाइब्रिड तकनीकें पेश करेगी — माइल्ड हाइब्रिड, टोयोटा-सोर्स्ड स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड और खुद की विकसित की गई स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड।
लॉन्च टाइमलाइन:
| मॉडल | संभावित लॉन्च |
|---|---|
| मारुति फ्रॉन्क्स | 2026 |
| मारुति बलेनो | 2026 |
| मारुति स्विफ्ट | 2027 |
| मारुति ब्रेज़ा | 2029 |
स्विफ्ट का नया हाइब्रिड अवतार 2027 में आएगा, जबकि ब्रेज़ा 2029 में इस टेक्नोलॉजी के साथ उतरेगी। दोनों ही मॉडलों में डिजाइन और केबिन में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
कैसे काम करेगी मारुति की स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड टेक?
यह एक सीरीज़ हाइब्रिड सेटअप होगा जिसमें पेट्रोल इंजन सीधे पहियों को नहीं चलाएगा, बल्कि बिजली पैदा करेगा। यह बिजली इलेक्ट्रिक मोटर को दी जाएगी, जो गाड़ी को चलाएगी। यह सिस्टम मौजूदा Z12E तीन-सिलेंडर पेट्रोल इंजन के साथ जोड़ा जाएगा और दावा है कि यह 35 किमी/लीटर से ज्यादा माइलेज देगा।
मारुति के प्रीमियम एसयूवी मॉडल आगे भी टोयोटा की स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड तकनीक के साथ पेश किए जाएंगे।