वॉशिंगटन/बीजिंग, 11 अगस्त (रॉयटर्स) – अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को संकेत दिया कि वह Nvidia को अपने नेक्स्ट-जनरेशन AI Blackwell GPU का एक सीमित (कमज़ोर प्रदर्शन वाला) वर्ज़न चीन में बेचने की अनुमति दे सकते हैं। हालांकि, वॉशिंगटन में कई नीति-निर्माताओं को आशंका है कि यह कदम चीन को उन्नत कृत्रिम बुद्धिमत्ता क्षमताओं तक पहुंचाने में मदद कर सकता है, जिससे उसकी सैन्य ताकत बढ़ सकती है।
ट्रम्प ने कहा,
“जेनसन (हुंग, Nvidia CEO) के पास नया चिप है – ब्लैकवेल – लेकिन इसका एक घटाया हुआ संस्करण। यानी, इसकी क्षमता 30% से 50% तक कम होगी।”
रेवेन्यू-शेयरिंग डील
ट्रम्प प्रशासन ने हाल ही में Nvidia और AMD के साथ एक ऐतिहासिक समझौता किया है, जिसके तहत चीन में कुछ एडवांस्ड AI चिप्स की बिक्री से होने वाले राजस्व का 15% अमेरिकी सरकार को मिलेगा। यह अमेरिका के लिए एक बेहद दुर्लभ कदम है और अंतरराष्ट्रीय टेक-ट्रेड में नई मिसाल बन सकता है।
अमेरिका-चीन टेक्नोलॉजी प्रतिस्पर्धा
टेक विशेषज्ञों का मानना है कि भले ही चीन को स्केल-डाउन चिप्स मिलें, वह बड़ी संख्या में खरीदकर AI सुपरकंप्यूटर बना सकता है, जो वैश्विक स्तर पर अग्रणी होंगे।
पूर्व व्हाइट हाउस अधिकारी सैफ खान ने चेतावनी दी –
“यह कदम सीधे तौर पर चीन को अमेरिका की AI क्षमताओं से आगे निकलने में मदद कर सकता है।”
H20 चिप और ब्लैकवेल प्लेटफॉर्म
- वर्तमान में Nvidia चीन को केवल H20 AI चिप बेचने की अनुमति रखता है, जो पुराने Hopper आर्किटेक्चर पर आधारित है।
- 2024 की शुरुआत में कंपनी ने अपना नया Blackwell प्लेटफॉर्म लॉन्च किया, जो पुराने चिप्स से 30 गुना तेज़ है।
- खबरों के मुताबिक, Nvidia चीन के लिए ब्लैकवेल का एक नया, किफायती और सीमित संस्करण तैयार कर रही है।
ट्रम्प का रुख
अप्रैल 2025 में ट्रम्प प्रशासन ने Nvidia की चीन में चिप बिक्री पर रोक लगा दी थी, लेकिन हाल ही में इसे फिर से मंजूरी दी गई। ट्रम्प ने कहा –
“H20 अब पुराना हो चुका है और चीन के पास पहले से है। इसलिए मैंने कहा, अगर इसे बेचने की मंजूरी दूँगा तो हमें 20% मिलेगा।”
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
वॉशिंगटन/बीजिंग, 11 अगस्त (रॉयटर्स) – अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को संकेत दिया कि वह Nvidia को अपने नेक्स्ट-जनरेशन AI Blackwell GPU का एक सीमित (कमज़ोर प्रदर्शन वाला) वर्ज़न चीन में बेचने की अनुमति दे सकते हैं। हालांकि, वॉशिंगटन में कई नीति-निर्माताओं को आशंका है कि यह कदम चीन को उन्नत कृत्रिम बुद्धिमत्ता क्षमताओं तक पहुंचाने में मदद कर सकता है, जिससे उसकी सैन्य ताकत बढ़ सकती है।
ट्रम्प ने कहा,
“जेनसन (हुंग, Nvidia CEO) के पास नया चिप है – ब्लैकवेल – लेकिन इसका एक घटाया हुआ संस्करण। यानी, इसकी क्षमता 30% से 50% तक कम होगी।”
रेवेन्यू-शेयरिंग डील
ट्रम्प प्रशासन ने हाल ही में Nvidia और AMD के साथ एक ऐतिहासिक समझौता किया है, जिसके तहत चीन में कुछ एडवांस्ड AI चिप्स की बिक्री से होने वाले राजस्व का 15% अमेरिकी सरकार को मिलेगा। यह अमेरिका के लिए एक बेहद दुर्लभ कदम है और अंतरराष्ट्रीय टेक-ट्रेड में नई मिसाल बन सकता है।
अमेरिका-चीन टेक्नोलॉजी प्रतिस्पर्धा
टेक विशेषज्ञों का मानना है कि भले ही चीन को स्केल-डाउन चिप्स मिलें, वह बड़ी संख्या में खरीदकर AI सुपरकंप्यूटर बना सकता है, जो वैश्विक स्तर पर अग्रणी होंगे।
पूर्व व्हाइट हाउस अधिकारी सैफ खान ने चेतावनी दी –
“यह कदम सीधे तौर पर चीन को अमेरिका की AI क्षमताओं से आगे निकलने में मदद कर सकता है।”
H20 चिप और ब्लैकवेल प्लेटफॉर्म
- वर्तमान में Nvidia चीन को केवल H20 AI चिप बेचने की अनुमति रखता है, जो पुराने Hopper आर्किटेक्चर पर आधारित है।
- 2024 की शुरुआत में कंपनी ने अपना नया Blackwell प्लेटफॉर्म लॉन्च किया, जो पुराने चिप्स से 30 गुना तेज़ है।
- खबरों के मुताबिक, Nvidia चीन के लिए ब्लैकवेल का एक नया, किफायती और सीमित संस्करण तैयार कर रही है।
ट्रम्प का रुख
अप्रैल 2025 में ट्रम्प प्रशासन ने Nvidia की चीन में चिप बिक्री पर रोक लगा दी थी, लेकिन हाल ही में इसे फिर से मंजूरी दी गई। ट्रम्प ने कहा –
“H20 अब पुराना हो चुका है और चीन के पास पहले से है। इसलिए मैंने कहा, अगर इसे बेचने की मंजूरी दूँगा तो हमें 20% मिलेगा।”
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
- Nvidia ने कहा कि वह अमेरिकी सरकार द्वारा तय सभी नियमों का पालन करती है और आशा करती है कि नए एक्सपोर्ट कंट्रोल नियम अमेरिका को चीन और वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति देंगे।
- AMD ने भी कहा कि उसे चीन में कुछ AI प्रोसेसर एक्सपोर्ट की मंजूरी मिली है, लेकिन रेवेन्यू-शेयर डील पर कोई टिप्पणी नहीं की।
- चीन के विदेश मंत्रालय ने पहले ही अमेरिका पर तकनीकी और व्यापारिक प्रतिबंधों के जरिए “जानबूझकर दबाव” डालने का आरोप लगाया है।